क्या है मामला?मध्य प्रदेश सरकार ने एक आदेश दिया है कि सभी सरकारी दफ्तरों की सफाई सिर्फ गौमूत्र से बने फिनाइल से ही कराई जाए। राज्य के जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट ने आदेश में कहा था कि सभी सरकारी दफ्तरों में अब केमिकल वाले फिनाइल से सफाई नहीं कराई जाएगी, बल्कि अब इसकी जगह गौमूत्र से बने फिनाइल से सफाई होगी।
मंत्री ने क्या कहा?पशु पालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि ये कदम इसलिए उठाया गया है ताकि लोगों को गौमूत्र फिनाइल की फैक्ट्रियां लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सका। हमने प्रोडक्शन से पहले ही गौमूत्र फिनाइल की मांग बढ़ाने का काम किया है। अब लोग दूध देना बंद कर देने के बाद भी गायों को सड़क पर घूमने के लिए नहीं छोड़ेंगे। इससे मध्य प्रदेश में गायों की स्थिती बेहतर होगी।
लोगों ने क्या कहा?शिवराज सरकार के इस आदेश के बाद सोशल मीडिया दो गुटों में बट गया एक जो इसका समर्थन कर रहे है और दूसरे वो जो इसका जमकर विरोध कर रहे है। वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने तो ट्वीट कर मध्य प्रदेश सरकार को गौमूत्र सरकार तक कह डाला है। कुछ लोगों का कहना है कि सरकार के इस गौमूत्र फिनाइल के आदेश के बारे में जानकर सबसे ज्यादा खुशी बाबा रामदेव को ही हुई होगी।