अमर उजाला आवाज ‘गुदगुदी’ में सुनिए कुंडली मैंचिंग का पेंच, वो ये कि घरवाले शादियों में लड़के और लड़की की कुंडली मैच कराते हैं लेकिन अगर उसकी जगह कुंडली सास- बहू की मैच कराई जाए तो अच्छा है। वैसे भी लड़का तो बेचारा भगवान की मर्जी मान ही लेता है।
अमर उजाला आवाज ‘गुदगुदी’ में सुनिए कुंडली मैंचिंग का पेंच, वो ये कि घरवाले शादियों में लड़के और लड़की की कुंडली मैच कराते हैं लेकिन अगर उसकी जगह कुंडली सास- बहू की मैच कराई जाए तो अच्छा है। वैसे भी लड़का तो बेचारा भगवान की मर्जी मान ही लेता है।