भई कहते हैं कि औरतें घर के काम में पिसी रहती हैं। उन्हें घर से बाहर निकलने का टाइम ही नहीं मिलता। उनके साथ अत्याचार हो रहा है। हां ऐसा होता भी है, मगर जब कभी टाइम मिले ना ऐसी औरतों को….
भई कहते हैं कि औरतें घर के काम में पिसी रहती हैं। उन्हें घर से बाहर निकलने का टाइम ही नहीं मिलता। उनके साथ अत्याचार हो रहा है। हां ऐसा होता भी है, मगर जब कभी टाइम मिले ना ऐसी औरतों को….