भई बच्चों की तो पूछिए ही नहीं, कुछ भी सोच लेते हैं बच्चे, अब चाहे उनके लायक बात हो या ना हो। हुआ यूं कि एक बार एक कसाई बकरे को लेकर जा रहा था।
भई बच्चों की तो पूछिए ही नहीं, कुछ भी सोच लेते हैं बच्चे, अब चाहे उनके लायक बात हो या ना हो। हुआ यूं कि एक बार एक कसाई बकरे को लेकर जा रहा था।