हापुड़ के पास एक कुँवा है , जहाँ पर सच्चे मन से मांगी मुराद पूरी होती है।
ये सुन कर शर्मा जी अपनी पत्नी सुमन के साथ उस कुएं के पास गए,
पहले शर्मा जी ने सिक्का डाला, फिर सुमन (पत्नी) जैसे ही सिक्का डालने गई तो उसका पैर फिसल गया और वो कुएं में गिर गई !
शर्मा जी की आंखों में आंसू आ गए और हैरानी से ऊपर देखते हुए बोला- हे भगवान tu, इतनी जल्दी सुन ली…!!!